
मध्यप्रदेश में पटवारी के पदों पर जल्द ही सरकार द्वारा भर्ती निकाली (MP PATVARI REQUIREMENT 2022) जाएगी इसमें कुल 5200 पदों पर निकलेगी भर्ती
मध्यप्रदेश में पटवारी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए सरकार द्वारा जल्द ही पटवारी के पदों पर भर्ती निकाली जाएगी। मध्य प्रदेश में पटवारी की भर्ती (MP PATVARI REQUIREMENT 2022) चरणबद्ध तरीके से होगी । पटवारी के 5204 पद बनाए जाएंगे । नगरीय निकायों में 988 सर्वेक्षक के पद सृजित किए जाएंगे । 426 तहसीलों के लिए वर्कलोड पटवारी के पद बनाए जाएंगे । राजस्व सहित अन्य विभागों से जुड़े कामों को देखते हुए पटवारी के नए पद बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है । जिस पर अंतिम निर्णय मंगलवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में होने वाली कैबिनेट बैठक में लिया जाएगा।
पटवारी भर्ती से (MP PATVARI REQUIREMENT 2022) वर्कलोड कम करने का तरीका
नगरीय क्षेत्र में लैंड रिकॉर्ड के आधुनिकीकरण कार्य और भू-प्रबंधन के लिए नगर सर्वेक्षक की नियुक्ति की जाएगी। नगरीय क्षेत्र को सेक्टर में बांटकर 50 हजार की जनसंख्या पर एक सेक्टर बनाया जाएगा। प्रत्येक सेक्टर में एक नगर सर्वेक्षक नियुक्ति किया जाएगा। 988 नगर सर्वेक्षक (वरिष्ठ पटवारी) नियुक्ति किए जाएंगे।
भर्ती (MP PATVARI REQUIREMENT 2022) से कुल कितने पद होग पटवारी के प्रदेश में
अबतक पटवारी के 19 हजार 20 स्वीकृत पद थे। इनमें से 1630 पद खाली हैं। नए पद जुड़ने के बाद खाली पद 6,834 हो गए हैं। कैबिनेट की मंजूरी के बाद 3 हजार पदों पर भर्ती करने की मंजूरी दी गई है। विभागीय मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के मुताबिक जल्द ही भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी, लेकिन हकीकत यह है कि राज्य सरकार 2017 में निकाली गई भर्ती के सभी पदों को नहीं भर सकी।
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पटवारी भर्ती की परीक्षा (MP PATVARI REQUIREMENT 2022) कौन कराएगा?
पिछली भर्ती परीक्षा प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड PEB ने कराई थी। राज्य सरकार ने पीईबी के स्थान पर कर्मचारी चयन बोर्ड का गठन करने का निर्णय लिया है। यदि भर्ती निकलने से पहले नए बोर्ड का गठन हो जाता है, तो यही परीक्षा कराएगा। गठन नहीं होने पर पीईबी ही भर्ती परीक्षा करेगा। इसके बाद मेरिट के आधार पर विभाग काउंसलिंग आयोजित कर भर्ती करेगा।
साल 2017 में निकली थी भर्ती
प्रदेश में पटवारी भर्ती 27 अक्टूबर 2017 को आखिरी बार निकाली गई। इसमें 9,235 पद विज्ञापित किए गए। ये सभी पद नहीं भर सके। राजस्व विभाग के अनुसार 1630 पद खाली हैं।उम्मीदवारों का कहना है कि पिछली भर्ती में विज्ञापित पद ही पूरे नहीं भरे गए हैं। वहीं अब जब विधानसभा चुनाव की तैयारी होने लगी है, तब सरकार नए पद बनाकर भर्ती की बात कर रही है। बेरोजगार युवा कहते हैं कि यदि पटवारी भर्ती करने के मामले में सरकार की अच्छी नीयत होती, तो 2017 की भर्ती के सभी पद भर लिए जाते। पिछली कांग्रेस सरकार के समय भी गोविंद सिंह राजपूत के पास राजस्व विभाग का जिम्मा था। वे कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए, तो वर्तमान सरकार में भी राजस्व विभाग इन्हीं के पास है।
वेटिंग के उम्मीदवारों की नहीं की गई नियुक्ति
आमतौर पर भर्ती प्रक्रिया 6 महीने में पूरी हो जाती है, लेकिन यह भर्ती करीब 3 साल तक चली। लेकिन इसके बाद भी सभी 9,235 पद नहीं भरे जा सके। साथ ही वेटिंग लिस्ट के सभी उम्मीदवारों को भी मौका नहीं मिला, जबकि भर्ती नियमों के अनुसार खाली पद वेटिंग के उम्मीदवार से भरे जाने थे। वेटिंग में 1385 उम्मीदवार थे। नियुक्ति नहीं होने पर इनमें से कई कोर्ट पहुंचे हैं।
कोर्ट में विचाराधीन 100 से ज्यादा केस
पटवारी भर्ती एक ऐसी भर्ती मानी जाती है। जिसके लिए बेरोजगार युवा लंबे समय से तैयारी करते हैं, लेकिन पिछली भर्ती को लेकर कई युवाओं को निराशा हाथ लगी है। सरकार के अनुसार इस भर्ती के तहत चयन प्रक्रिया 10 फरवरी 2020 को समाप्त की जा चुकी है। लेकिन हकीकत ये है कि इस भर्ती को लेकर 100 से ज्यादा केस कोर्ट में विचाराधीन हैं।
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